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Tuesday, March 31, 2020
कोरोना संकट
- गरीबों के लिए 1.70 लाख करोड़ का पैकेज; किसान, मजदूर, कामगार, बुजुर्ग, दिव्यांग, महिला सबका रखा ख्याल
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट के बीच हेल्थ इंफ्रा के लिए 15,000 करोड़ रुपये पैकेज का एलान किया था.
Coronavirus in India: कोरोना संकट से निपटने के लिए सरकार ने आज राहत पैकेज का एलान किया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गरीबों, मजदूरों, माइग्रेंट वर्कर्स, किसान, गरीब महिलाओं आदि के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की. इसका नाम प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज है.
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि कोरोना लॉक डाउन के इस वक्त में किसी भी गरीब व्यक्ति को मुश्किल का सामना न करना पड़े और उन्हें अन्न की कमी न हो. इसके अलावा सरकार ने सैनिटेशन वर्कर्स, सफाई कर्मचारी, डॉक्टर, आशा वर्कर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, मेडिकल स्टाफ आदि कोरोना वॉरियर्स के लिए 50 लाख रुपये प्रति व्यक्ति के इंश्योरेंस कवर का एलान किया गया. वित्त मंत्री ने कहा कि ये सभी लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर देश की जनता को कोरोना वायरस महामारी से बचाने की कवायद में जुटे हैं.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का भी एलान किया. इसके तहत राशन कार्ड धारक 80 करोड़ गरीब लोगों को अगले 3 माह तक राशन की दुकानों से 5 किलो अतिरिक्त गेहूं या चावल प्रति व्यक्ति को प्रतिमाह फ्री में मिलेगा. यह उन्हें मौजूदा मिलने वाले 5 किलो राशन के अतिरिक्त होगा. इसके अलावा प्रति परिवार को उनकी पसंद की 1 किलो दाल भी अगले 3 माह तक फ्री में दी जाएगी. इसके पीछे मकसद है कि संकट के इस दौर में कोई भी गरीब भूखा न रहे. यह पीएम गरीब कल्याण स्कीम का ही एक हिस्सा है.
किसानों, गरीब बुजुर्गों, मनरेगा मजदूरों को क्या मिली राहत
सरकार ने कहा है कि पीएम किसान योजना के तहत 8.70 लाख किसानों के खातों में 2000 रुपये की किश्त अप्रैल के पहले सप्ताह में डाल दी जाएगी. इसके अलावा मनरेगा में दिहाड़ी बढ़ाकर 202 रुपये कर दी गई है. मनरेगा के तहत आने वाले 5 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिलेगा. वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि गरीब बुजुर्ग, गरीब विधवा और गरीब दिव्यांगों को कोरोना संकट के इस कठिन वक्त में दिक्कत न हो इसलिए उन्हें अगले तीन महीनों तक 1000 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे. ये दो किस्तों में डीबीटी के जरिए उनके बैंक खाते में जाएंगे.
महिलाओं को क्या राहत
सरकार ने महिलाओं को राहत देने के लिए जनधन अकाउंट धारक 20.5 करोड़ महिलाओं को अगले तीन माह तक 500 रुपये प्रति माह देने का फैसला किया है. यह राशि उनके खाते में आएगी. यह भी एलान किया गया है कि देश में 63 लाख महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए कोलेट्रल फ्री लोन का अमाउंट 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया गया है. इन समूहों से लगभग 7 करोड़ परिवार जुड़े हैं.
उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी कनेक्शन धारक 8.3 करोड़ बीपीएल परिवारों को अगले तीन माह तक फ्री में सिलिंडर मिलेंगे.
सरकार देगी आपका PF कॉन्ट्रीब्यूशन
वित्त मंत्री ने कहा कि फैसला किया गया है कि सरकार अगले तीन माह तक एंप्लॉयर व इंप्लॉई दोनों की ओर से ईपीएफ कॉन्ट्रीब्यूशन देगी. यानी इंप्लॉई व एंप्लॉयर दोनों की ओर से किया जाने वाला 12-12 फीसदी का कॉन्ट्रीब्यूशन यानी कुल 24 फीसदी कॉन्ट्रीब्यूशन अगले तीन माह तक सरकार देगी. यह फैसला उन सभी संस्थानों के लिए हैं, जिनके यहां 100 इंप्लॉई तक हैं और उन 100 इंप्लॉइज में से 90 फीसदी तक इंप्लॉई 15000 रुपये से कम की मासिक सैलरी पाते हैं. इससे 80 लाख से ज्यादा इंप्लॉई और 4 लाख से ज्यादा संस्थानों/प्रतिष्ठानों को फायदा होगा.
इसके अलावा यह भी कहा गया है कि प्रोविडेंट फंड स्कीम के प्रावधानों में संशोधन होगा. इसके चलते वर्कर्स 3 माह के वेतन या पीएफ जमा का 75 फीसदी, जो भी कम हो नॉन रिफंडेबल एडवांस के तौर पर निकाल सकेंगे. इससे EPFO में रजिस्टर्ड 4.8 करोड़ वर्कर्स को फायदा होगा.
कंस्ट्रक्शन वर्कर्स का भी रखा ध्यान
वित्त मंत्री ने कहा कि कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की मदद के लिए वेलफेयर फंड रहता है. 3.5 करोड़ रजिस्टर्ड मजदूरों के लिए यह 31000 करोड़ का फंड उपलब्ध है. राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि कोरोना से पैदा हुए आर्थिक व्यवधान के दौर में इस फंड का इस्तेमाल इन कंस्ट्रक्शन वर्कर्स के हित के लिए किया जाए.
इसके अलावा डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं. डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड राज्य सरकारों के पास रहता है. इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य जांच, उपचार, दवाई में होना चाहिए ताकि कोरोना के खिलाफ जंग में मदद मिल सके.
Coronavirus Test machine
कोरोना वायरस: सिर्फ 500 रुपये की स्वदेशी किट से होगा टेस्ट, चेन्नई की कंपनी कर रही तैयार
चेन्नई की कंपनी ट्रिविट्रॉन हेल्थकेयर इस किट के विकास में लगी है. बाजार में अभी जो आयातित किट मौजूद हैं, कंपनी उसकी तुलना में करीब 20 फीसदी कम कीमत पर यह किट उपलब्ध कराएगी. स्वदेशी स्तर पर विकसित किए जा रहे इस किट की कीमत महज 500 कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए भारत में स्वदेशी स्तर पर ही एक सस्ता और आसानी से इस्तेमाल लायक किट तैयार किया जा रहा है. इस किट की कीमत महज 500 रुपये होगी और इससे आसानी से कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाया जा सकेगा.रुपये तक होगी.
- कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए बन रहा स्वदेशी किट
- इसकी कीमत करीब 500 रुपये ही होगी
- अभी विदेश से आयात होती हैं टेस्ट के किट
- विदेश से आयातित किट हजारों रुपये की होती हैं
-
- बना रही ये स्वदेशी कंपनीचेन्नई की कंपनी ट्रिविट्रॉन हेल्थकेयर इस किट के विकास में लगी है. कंपनी के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर जीएसके वेलु ने ने दावा किया है कि बाजार में अभी जो आयातित किट मौजूद हैं, कंपनी उसकी तुलना में करीब 20 फीसदी कम कीमत पर यह किट उपलब्ध कराएगी. उन्होंने कहा कि स्वदेशी स्तर पर विकसित किए जा रहे इस किट की कीमत महज 500 रुपये तक होगी.
- अभी कोरोना वायरस के टेस्ट के लिए जो किट इस्तेमाल किए जा रहे हैं वह हजारों रुपये कीमत के हैं. उनका वास्तविक दाम उपलब्ध नहीं है, क्योंकि ट्रिविट्रॉन जैसी निजी कंपनियों को यह टेस्ट करने का अधिकार नहीं दिया गया है. अभी ऐसे किट विदेश से आयात किए जा रहे हैं. वेलु ने बताया, 'हमारा प्रोटोटाइप किट तैयार है और हम इसकी चिकित्सीय मान्यता के लिए अगले सप्ताह नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे को भेजेंगे. हमें उम्मीद है कि अगले कुछ वीक में हम इसे बाजार में उतार देंगे.'
Wednesday, March 25, 2020
कोरोना वायरस की दवा
क्या सच में आ गई है कोरोना वायरस की दवा
- नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार कोरोना वायरस दुनिया के 186 देशों में पहुंच चुका है. इस वायरस से दुनिया भर में चार लाख बीस हजार से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, पूरी दुनिया में इस वायरस से मरने वालों की संख्या 20,000 के पार पहुंच चुकी है. हालांकि, एक लाख से अधिक लोग इस बीमारी से पूरी तरह ठीक भी हुए हैं
भारत में 500 से ज्यादा लोग संक्रमित
भारत में कोविड-19 के 500 से ज्यादा मामले पाये गए हैं, जिनमें से 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.
कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे
भारत में 21 दिनों तक लॉकडाउन की घोषणा की है.
- दवा ईजाद होने का दावा कितना सच?
इस महामारी के फैलने का सबसे बड़ा कारण यह है कि अब तक इसकी दवा इजाद नहीं हो सकी है. दुनिया भर में मेडिसिन क्षेत्र के वैज्ञानिक इसकी कारगर दवाई बनाने में जुटे हुए हैं. लेकिन सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों में ऐसी खबरें चल रही हैं कि अमेरीकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने इस वायरस की दवा बनाए जाने का दावा किया है. 21 मार्च को डोनॉल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया-''हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन और एजिथ्रोमाइसिन का कॉम्बिनेशन मेडिसिन की दुनिया में बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है. एफडीए ने ये बड़ा काम कर दिखाया है- थैंक्यू. इन दोनों एजेंट को तत्काल प्रभाव से इस्तेमाल में लाना चाहिए, लोगों की जान जा रही है.''
ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी एफडीए ने कोरोना वायरस की दवा खोज ली है. ट्रंप ने इसे लेकर व्हाइट हाउस की मीडिया ब्रीफिंग में भी बयान दिया. उन्होंने कहा- ''हम इस दवा को तत्काल प्रभाव से उपलब्ध कराने जा रहे हैं. एफडीए ने काफी काबिलेतारीफ काम किया. ये दवा स्वीकृत हो चुकी है.''
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क्या है ट्रंप के दावे की सच्चाई?
ईटी की फैक्ट चेक टीम ने इस बात की पड़ताल की कि क्या इन दो दवाओं का कॉम्बिनेशन कोरोना वायरस की औपचारिक दवाई है. साथ ही क्या अमेरिका के स्वास्थ विभाग की ओर से इसे स्वीकृत किया जा चुका है. ट्रंप के इस बयान के बाद 21 मार्च को ही अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने एक रिपोर्ट जारी की. इस रिपोर्ट में सीडीसी ने बताया कि कोविड-19 के मरीज़ों के लिए एफडीए ने कोई दवा अब तक अप्रूव नहीं की है. हालांकि इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका सहित कई देशों में कोविड-19 के मरीजों के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन कितनी कारगर ?
एक अध्ययन के मुताबिक हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन के साथ एजिथ्रोमाइसिन का कॉम्बिनेशन कोरोना के असर को कम कर सकता है. इस रिपोर्ट में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन के साथ एजिथ्रोमाइसिन के इस्तेमाल को 'अनकंट्रोल बेसिस' बताया गया है. इससे साफ है कि इस कॉम्बिनेशन को औपचारिक इलाज ना माना जाए.
भारत की शीर्ष मेडिकल रिसर्च संस्था ने क्या कहा?
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने 23 मार्च को संवादाता सम्मेलन में बताया, ''हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन का इस्तेमाल सिर्फ हास्पिटल वर्कर करेंगे जो कोविड-19 के मरीजों की देखभाल कर रहे हैं. या फिर अगर किसी को घर में कोई संक्रमित है तो उसकी देखभाल करने वाला ही इस दवा का सेवन करे.''
इसके अलावा ICMR ने एक प्रेस रिलीज जारी करके बताया है कि 'नेशनल टास्क फोर्स कोविड-19 का गठन किया गया है. हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन दवा वहीं ले सकते हैं जो कोविड-19 के ज्यादा जोखिम में हों.' अस्पताल में काम करने वाले वो कर्मी जो कोरोना वारयस से संक्रमित मरीज का इलाज कर रहे हों या जिनके घर कोई किसी शख्स को कोरोना पॉजिटिव पाया गया हो तो उससे संपर्क में रहने वाले भी इस दवा का सेवन कर सकता है.
ये दवा मान्यता प्राप्त डॉक्टर की सलाह पर ही दी जाएगी, लेकिन अगर इस दवा को लेने वाले व्यक्ति को कोरोना के लक्षणों के लक्षणों के अलावा कोई और परेशानी होती है तो उसे तुरंत अपने डॉक्टर को संपर्क करना होगा. ' हालांकि, एजिथ्रोमाइसिन के साथ इस दवा के कॉम्बिनेशन पर भारत में कोई बात नहीं कही गई है.
आर्सेनिक एलबम 30 में कितना दम?
भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना वायरस का इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है. देश में एक होम्योपैथिक दवा की भी फोटो और दवा का नाम खूब वायरल हो रहा है. इसमें दावा किया जा रहा है कि यह दवा कोरोना वायरस के इलाज में कारगर है. इस दवा का नाम आर्सेनिक एलबम 30 है.
सोशल मीडिया में चल रहे मैसेज में कहा गया है कि कोरोना वायरस एक तरह का वायरल इंफेक्शन है, जिसको होम्योपैथिक दवा आर्सेनिक एलबम 30 से नियंत्रित किया जा सकता है. सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में कहा गया है कि कोरोना वायरस का होम्योपैथिक इलाज इससे बीमारी से काफी हद तक बचा सकता है. कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें. इस बारे में ईटी के रिसर्च करने पर यह पाया गया कि आयुष मंत्रालय के ट्विटर हैंडल पर इस महीने इस तरह की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है. मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए कोई दवा खाने की सलाह भी नहीं दी है.
WHO ने भी कहा, 'बिना परीक्षण वाली’दवाओं का इस्तेमाल खतरनाक
कोरोना वायरस(COVID-19) की गिरफ्त में आकर विश्वभर में सैकड़ों लोगों की जान रोजाना जा रही है. समस्या ये है कि इस वायरस से लड़ने के लिए अभी तक कोई दवा या वैक्सीन ईजाद नहीं की जा सकी है. इसलिए कई अन्य रोगों में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का इस्तेमाल कोरोना वायरस से पीडि़त लोगों पर किया जा रहा है. हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे लेकर पूरे विश्व को चेतावनी दी है कि ऐसा करना खतरनाक साबित हो सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी कि कोविड-19 के उपचार में बिना परीक्षण वाली दवाओं का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है और इससे झूठी उम्मीदें जग सकती हैं. डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टी. ए. गेब्रेयेसस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'देखिए, बिना सही साक्ष्य के बिना परीक्षण वाली दवाओं का इस्तेमाल करने से झूठी उम्मीदें जग सकती हैं. यह लाभ के बजाए ज्यादा नुकसान कर सकती हैं और आवश्यक दवाओं की कमी हो सकती है, जिनकी जरूरत अन्य बीमारियों के उपचार में होती हैं.'
कब तक बनेगा टीका?
ये सवाल लगातार उठ रहा है कि कोरोना वायरस से जान बचाने वाली दवा या टीका कब तक बन जाएगा. इसके लिए रिसर्च पूरे जोरों से चल रही है.
वैज्ञानिक अभी जानवरों पर रिसर्च की स्टेज पर हैं और इस साल के अंत तक इंसानों को इससे फायदा मिलने की उम्मीद कर रहे हैं. वैज्ञानिकों का दावा है कि वैक्सीन आने में एक साल का वक्त लग सकता है. लेकिन अगर वैज्ञानिकों ने इस साल कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन बना भी ली, तो भी इसका बड़ी संख्या में उत्पादन होने में वक्त लगेगा.
Tuesday, March 24, 2020
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कोरोना वायरस के क्या हैं लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव
कोरोना वायरस के क्या हैं लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत, ब्रिटेन और अमरीका समेत कोरोना वायरस 'कोविड 19' अब दुनिया के 186 देशों में फैल गया है और इसके कारण 14,600 मौतें हो चुकी हैं.
भारत में कोविड 19 के 360 से अधिक मामले पाए गए हैं जिनमें सात की मौत हुई है. 23 लोग पूरी तरह ठीक भी हुए हैं. कोरोना वायरस और न फैले, इसके लिए दिल्ली समेत कई राज्यों ने लॉकडाउन का एलान किया है.
कोरोना वायरस 'कोविड 19' से बचने के लिए आप नियमित रूप से अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोएं.
जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं. इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं.
संक्रमित व्यक्ति के नज़दीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं.
अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं.
ऐसे में खांसते और छींकते वक्त टिश्यू का इस्तेमाल करना, बिना हाथ धोए अपने चेहरे को न छूना और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार फेस मास्क इससे प्रभावी सुरक्षा प्रदान नहीं करते.
कोरोनो वायरस संक्रमण के लक्षण क्या हैं?
इंसान के शरीर में पहुंचने के बाद कोरोना वायरस उसके फेफड़ों में संक्रमण करता है. इस कारण सबसे पहले बुख़ार, उसके बाद सूखी खांसी आती है. बाद में सांस लेने में समस्या हो सकती है.
वायरस के संक्रमण के लक्षण दिखना शुरू होने में औसतन पाँच दिन लगते हैं. हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ लोगों में इसके लक्षण बहुत बाद में भी देखने को मिल सकते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वायरस के शरीर में पहुंचने और लक्षण दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है. हालांकि कुछ शोधकर्ता मानते हैं कि ये समय 24 दिनों तक का भी हो सकता है.
कोरोना वायरस उन लोगों के शरीर से अधिक फैलता है जिनमें इसके संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं. लेकिन कई जानकार मानते हैं कि व्यक्ति को बीमार करने से पहले भी ये वायरस फैल सकता है.
बीमारी के शुरुआती लक्षण सर्दी और फ्लू जैसे ही होते हैं जिससे कोई आसानी से भ्रमित हो सकता है.
कितना घातक है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस के संक्रमण के आँकड़ों की तुलना में मरने वालों की संख्या को देखा जाए तो ये बेहद कम हैं. हालांकि इन आंकड़ों पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता, लेकिन आंकड़ों की मानें तो संक्रमण होने पर मृत्यु की दर केवल एक से दो फ़ीसदी हो सकती है.
फ़िलहाल कई देशों में इससे संक्रमित हज़ारों लोगों का इलाज चल रहा है और मरने वालों का आँकड़ा बढ़ भी सकता है.
56,000 संक्रमित लोगों के बारे में एकत्र की गई जानकारी आधारित विश्व स्वास्थ्य संगठन का एक अध्ययन बताता है कि -
- 6 फ़ीसदी लोग इस वायरस के कारण गंभीर रूप से बीमार हुए. इनमें फेफड़े फेल होना, सेप्टिक शॉक, ऑर्गन फेल होना और मौत का जोखिम था.
- 14 फ़ीसदी लोगों में संक्रमण के गंभीर लक्षण देखे गए. इनमें सांस लेने में दिक्क़त और जल्दी-जल्दी सांस लेने जैसी समस्या हुई.
- 80 फ़ीसदी लोगों में संक्रमण के मामूली लक्षण देखे गए, जैसे बुखार और खांसी. कइयों में इसके कारण निमोनिया भी देखा गया.
- कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बूढ़ों और पहले से ही सांस की बीमारी (अस्थमा) से परेशान लोगों, मधुमेह और हृदय रोग जैसी परेशानियों का सामना करने वालों के गंभीर रूप से बीमार होने की आशंका अधिक होती है.कोरोना वायरस का इलाज इस बात पर आधारित होता है कि मरीज़ के शरीर को सांस लेने में मदद की जाए और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाए ताकि व्यक्ति का शरीर ख़ुद वायरस से लड़ने में सक्षम हो जाए.कोरोना वायरस का टीका बनाने का काम अभी चल रहा है.
- अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो आपको कुछ दिनों के लिए ख़ुद को दूसरों से दूर रहने की सलाह दी जा सकती है.पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने कहा है कि जिन्हें लगता है कि वो संक्रमित हैं वो डॉक्टर, फार्मेसी या अस्पताल जाने से बचें और अपने इलाक़े में मौजूद स्वास्थ्य कर्मी से फ़ोन पर या ऑनलाइन जानकारी लें.जो लोग दूसरे देशों की यात्रा कर के यूके लौटे हैं उन्हें सलाह दी गई है कि वो कुछ दिनों के लिए ख़ुद को दूसरों से अलग कर लें.
Coronavirus uttar pardesh lockdown
जागरूकता के नाम पर बदायूं में चौराहों पर लगाया मजमा, डीएम बोले, भीड़ दिखे तो उठाकर कर दो बंद
बदायूं में कोरोना वायरस को लेकर लोग जागरूक नहीं है। जो जागरूकत है लोगों को जागरूक करने के लिए मजमा लगा रहे हैं। मंगलवार को पुलिस लाइन चौराहे पर स्काउट गाइड संस्था ने लोगों को जागरूक करने के नाम पर भीड़ जमा कर ली। यही नहीं धारा 144 का उल्लंघन किया और भीड़ लगाकर पंपलेट बांटे। इस मामले में डीएम ने सख्त होते हुए साफ कर दिया अगर लोग भीड़ जमा करने से बाज नही आए तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। अब लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
मंगलवार सुबह पुलिस लाइन चौराहे पर स्काउट और गाइड संस्था ने शहर के कुछ लोगों के साथ लोगों का जागरूक करने के नाम पर भीड़ जमा कर ली। यहां वाहन चालकों को रोक-रोककर पंपलेट बांटे, संस्था के पदाधिकारी, छात्र, शहरी ही भीड़ लागए थे ऊपर से आने जाने वालों को रेाक लिया।
ऐसे में यहां मजमा लगा गया। पुलिस लाइन चौराहे पर तैनात पुलिस कर्मी भी मजमे को हटाने की जगह उनके साथ हो लिए। इसकी जानकारी डीएम को दी गई तो उन्होंने सख्ती दिखाते हुए ऐलान किया कि लोग नहीं माने और भीड़ जमा की तो उन्हें अब उठाकर जेल भेज देंगे।
Monday, January 27, 2020
Bombay To Punjab : DEEP JANDU Ft. DIVINE (Full Video) Karan Aujla | Latest Punjabi Song | Geet MP3
Bombay To Punjab
Deep Jandu!
DIVINE!Punjab se Bombay
Bombay se Punjab huh?
Deep mera bhai, hahaha...
Gully gang!
Gully gang!
Brrru..
Ho sidha banda sidha hisab ae
Karda baahli dealing ni
Feel kari meri gall rakkane
Len dinda main feeling ni
Ho sidha banda sidha hisab ae
Karda baahli dealing ni
Feel kari meri gall rakkane
Len dinda main feeling ni
Ho heer meri, tasveer meri
Aa chak sambh ke rakh kudey
Fark chahe mein nark chahe
Par poncheya heavan tak heavan
Tu Bombay di chori ae
Main Punjabi touch kudey
Tu flower wargi ae
Leju patt ke bach kudey
Tu Bombay di chori ae
Main Punjabi touch kudey
Tu flower wargi ae ni
Leju patt ke bach kudey
[DIVINE RAP]
Aa phone baja vaise wala scene nai ae wrong number
Phone baja ex wala scene ae fir wrong number
Shot hua darke lagte tum 100 number
Shot hua sir pe lagate hum 100 thappad
Huh! boht antar
online tu boht gabbar
Boht rapper
Asli main boht actor, boht shakkar,
Acha check kar resume
Sherni hai saath har waqt mere baaju main
Ha ha ha!
Punjab di ladki matlab band wala scene
Kheton mein Gucci matlab trend wala scene
Sunti woh SukhE Jaguar wala scene
Matlab chahiye takrar
Mujhe chahiye tha pyaar
Chalo hojana sawar sohni karle tu ride mere naal
Ho teri ankho main kajal
Ni meri ankhiya vich laali
Bombay toh leju LA
Ni LA ton sidha Bali
Jhanjar vi banva dange ni
Pair life vich rakh kudey
Apna hissa leke shaddu
Shad'da ni main hakk kudey
Tu Bombay di chori ae
Main Punjabi touch kudey
Tu flower wargi ae
Leju patt ke bach kudey
Tu Bombay di chori ae
Main Punjabi touch kudey
Tu flower wargi ae ni
Leju patt ke bach kudey
Karle tu ride mere naal
Karle tu ride mere naal
Karle tu ride mere naal
(Aa geya ni ohi billo time)
Karle tu ride mere naal
Karle tu ride mere naal
Karle tu ride mere naal
Karle tu ride mere naal
Aur tumse wo hua ni karte
Sadde jo kamm rakkane
Tu rakhdi bodyguard ni
Main rakhda dum rakkane
Yaari di o den gawahi
Chhaati te 3 takk kudey
Dekh le Aujla peejuga tera
Bottal warga lakk kudey
Tu Bombay di chori ae
Main Punjabi touch kudey
Tu flower wargi ae
Lejui patt ke bach kudey
Tu Bombay di chori ae
Main Punjabi touch kudey
Tu flower wargi ae ni
Leju patt ke bach kudey
Huh! Bambai wale Punjabi bol rahe huh!
Chalo fir, haah!
Karle tu ride mere naal
Haa! sab log sun'ne ko tum kya
Bop bop bop!
Karle tu ride mere naal
OSM song
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